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सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व देने में राजद ने भाजपा को चारो खाने किया चित

सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व देने में राजद बिहार की नंबर 01 पार्टी , लालू यादव एवं तेजश्वी यादव  का दावा,  सच्चे मायने में राजद को बनाया गया माय- बाप की पार्टी । लालू के सोशल इंजीनियरिंग से NDA के चारो खाने चित होने का मडराने लगा खतरा , बीजेपी परेशान, जदयू हैरान, नितीश के छूटे पसीने।

बिहार की प्रमुख दो पार्टियों भाजपा और राजद के उम्मीदवारों का सामाजिक विश्लेषण एवं पार्टियों द्वारा विभिन्न वर्गों को उनके आबादी के अनुसार लोक सभा चुनाव 2024 में दिए गए टिकट के माध्यम से विभिन्न वर्गों को दी गयी हिस्सेदारी के अध्ययन से स्पष्ट है कि बिहार के वर्गों एवं जातियों के सोशल इंजीनियरिंग में राजद सुप्रीमो लालू यादव भाजपा पर भारी पड़ते दिख रहे हैं।

बिहार जातिगत गणना 2023 के अनुसार विभिन्न वर्गों की आबादी के आकड़ों के सार्वजनिक होने के बाद यह पहला चुनाव है। लोक सभा चुनाव में विभिन्न जातियों एवं वर्गों के उम्मीदवारों के चयन एवं चुनाव के प्रथम चरण में मतदान से विभिन्न जातियों एवं वर्गों के अपने समुदाय के उम्मीदवारों के पक्ष में गोलबंदी साफ-साफ दिखाई पड़ रही है।  इंडिया गठबंधन के चुनावी अभियान में आबादी के अनुसार अधिकार की बात जोर-शोर से उठायी जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी अपने चुनावी जनसभा में “जिसका जितना अवादी उसका उतना हक़” के नारों को दुहरा रहे हैं ।

एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी महिलाओं को संसद में समुचित प्रतिनिधित्व देने की वकालत करते हैं वही दूसरे तरफ लम्बे समय से देश में विभिन्न हिस्से में बहुजनवादी एवं अम्बेडकरवादी संगठनों द्वारा आबादी के अनुरूप राजनैतिक प्रतिनिधित्व की हिस्सेदारी की बात की जा रही है इस विश्लेषण रिपोर्ट में हम यह पड़ताल करेंगे कि राजद एवं भाजपा ने आबादी के अनुसार प्रतिनिधित्व देने के मामले में क्या कदम उठाएं हैं ।

राजद के उम्मीदवारों का सामाजिक विश्लेषण-

उम्मीदवारों का सामाजिक श्रेणी

जनसंख्या का %

गठबंधन में RJD को आवंटित सीटों की संख्या

आवंटित 23  सीटों में से जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी 

RJD द्वारा दी गई सीटों की संख्या

RJD द्वारा दिए गए उम्मीदवारों का हिस्सेदारी %

जनरल (हिन्दू)

10.57 %

23

2

2

9%

अन्य पिछड़ा वर्ग(हिन्दू) OBC

50.56 %

23

12

15

65%

अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम

17.45 %

23

4

2

9%

अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC/ST)

 21.33 %

23

5

4

17%

RJD  आवंटित सीटों में से SC/ST के लिए आरक्षित सीट 

3

4

महिला

48.70%

23

11

6

26 %

Prepared by Atharva & Peoples Analytics , Patna

 

भाजपा के उम्मीदवारों का सामाजिक विश्लेषण-

उम्मीदवारों का सामाजिक श्रेणी

जनसंख्या का %

गठबंधन में BJP को आवंटित सीटों की संख्या

आवंटित 17  सीटों में से जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी 

BJP द्वारा दी गई सीटों की संख्या

BJP  द्वारा दिए गए उम्मीदवारों का हिस्सेदारी %

जनरल (हिन्दू)

10.57 %

17

2

10

59%

अन्य पिछड़ा वर्ग(हिन्दू) OBC

50.56 %

17

09

06

35%

अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम

17.45 %

17

3

0

0%

अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC/ST)

 21.33 %

17

3

1

6%

BJP  आवंटित सीटों में से SC/ST के लिए आरक्षित सीट 

1

1

महिला

48.70%

17

8

0

0 %

Prepared by Atharva & Peoples Analytics , Patna

 

हिन्दू सवर्ण -आबादी, उम्मीदवारी एवं हिस्सेदारी

राजद ने हिन्दू सवर्णों की आबादी 10.57 % के विरुद्ध 9 % प्रतिशत उम्मीदवार देते हुए अपने 23 सीटों में से 02 सीट (बक्सर एवं वैशाली) पर हिन्दू सवर्ण उम्मीदवार दिया है वहीँ भाजपा ने हिन्दू सवर्णों को 59 % प्रतिशत (आबादी से 05 गुना ज्यादा) उम्मीदवार देते हुए अपने 17 सीटों में से 10 सीट (पूर्वी चंपारण ,दरभंगा, आरा , बक्सर, नवादा, बेगूसराय, महराजगंज, सारण , औरंगाबाद एवं पटना साहिब) पर हिन्दू सवर्ण उम्मीदवार दे कर हिन्दू सवर्णों अपने पाले में लाने का दाव चला है ।

हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग OBC -आबादी, उम्मीदवारी एवं हिस्सेदारी

राजद ने हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के 50.56 % आबादी के विरुद्ध 65 % प्रतिशत उम्मीदवार देते हुए अपने 23 सीटों में से 15 सीट पर हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) उम्मीदवार दिया है वहीँ भाजपा ने हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को सिर्फ 35 % प्रतिशत उम्मीदवार देते हुए अपने 17 सीटों में से 06 सीट  पर उम्मीदवार दिया है । ओबीसी राजनीति का दावा करने वाली भाजपा ने हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को उनकी आबादी के अनुसार उम्मीदवार देने में खास रूचि नहीं दिखाई है तो वहीँ राजद ने हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को उनकी आबादी से करीब 15 प्रतिशत ज्यादा उम्मीदवार दे कर अपने आप को हिन्दू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की सबसे बड़े हितैषी पार्टी होने का दावा कर रही है ।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC/ST)-आबादी, उम्मीदवारी एवं हिस्सेदारी

बिहार में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए कुल 06 लोक सभा सीट आरक्षित है  जिनमें INDIA गठबंधन से राजद  के हिस्से में 03 सीटें आयीं है तो वहीँ NDA गठबंधन से  भाजपा के हिस्से में 01 सीट आयी है राजद ने आरक्षित सीटों में से 50 प्रतिशत सीटें  अपने पार्टी में रखा है तो वही 50 प्रतिशत सीटें सहयोगी दलों (कांग्रेस एवं  वीआईपी)  के लिए छोड़ी है। भाजपा ने आरक्षित सीट पर अपने उम्मीदवार देने में कोई खाश दिलचस्पी नहीं दिखाई एवं अधिकांश सीट अपने सहयोगी दल लोजपा (रामविलास) एवं जदयू के लिए छोड़ दी है

लालू यादव ने सामान्य सीट सुपौल से अनुसूचित जाति का उम्मीदवार खड़ा कर बिहार में मिसाल कायम किया है

राजद ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC/ST)-आबादी के 21.33 % आबादी के विरुद्ध बिहार में सर्वाधिक 17 % प्रतिशत उम्मीदवार देते हुए पार्टी में हिस्से में आयीं हुयी 03 आरक्षित सीट के अलावे एक और सीट अर्थात 04 सीट पर अनुसूचित जाति के उम्मीदवार उतारें हैं तो वही भाजपा ने अनुसूचित जाति वर्ग को सिर्फ 6 % प्रतिशत उम्मीदवार देते हुए एक मात्र सीट सासाराम से उम्मीदवार दिया है

अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम -आबादी, उम्मीदवारी एवं हिस्सेदारी

राजद ने अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम के 17.70 % आबादी के विरुद्ध 9 % प्रतिशत उम्मीदवार देते हुए अपने 23 सीटों में से 02 सीट पर अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम उम्मीदवार दिया है वहीँ भाजपा ने एक भी उम्मीदवार नहीं दिया है , राजद के 23 सीटों में से अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम का वास्तविक हक़ 04 सीटों का था परन्तु राजद के द्वारा 02 टिकट दिए जाने से अल्पसंख्यक वर्ग-मुस्लिम वर्ग में थोड़ी मायूसी देखी जा रही है।  

महिला--आबादी, उम्मीदवारी एवं हिस्सेदारी

मोदी सरकार की ओर से 19 सितंबर 2023 को नए संसद भवन में पहला विधेयक महिला आरक्षण बिल पेश किया गया, कानून मंत्री अर्जुन राम ने महिलाओं को लोकसभा और राज्‍यों की विधानसभाओं में 33 फीसदी आरक्षण दिलाने वाला ये बिल पेश किया जिसके बाद भाजपा ने प्रधान मंत्री मोदी को  महिला अधिकारों के सबसे बड़े पैरोकार के रूप में जोर शोर से पेश किया। इन दावों कि हवा तब निकल गयी जब बिहार में भाजपा ने एक भी महिला को लोक सभा में टिकट नहीं दिया। राजद एवं लालू प्रसाद को महिला विरोधी बताने वाले भाजपा के दावों के विपरीत जा कर राजद ने 06 महिला उम्मीदवार लोक सभा चुनाव में उतारे हैं।

राजद ने सभी वर्गों का ख्याल उनकी आबादी के अनुरूप रखा है वही भाजपा ने महिला एवं मुस्लिम समुदाय को पूर्ण रूप से उपेछित कर सवर्णों को सर्वाधिक सीटें दी हैं

 

Sanjay Kumar

Atharva & Peoples Analytics, Patna

23rd  April 2024