राजनीति की पाठशाला-रिपब्लिक - दो शीर्ष
राजनीतिक दल राष्ट्रीय जनता दल- RJD एवं
भारतीय जनता पार्टी-BJP के द्वारा दिए
गए नारी शक्ति -महिला वर्ग के लोकसभा उम्मीदवारों की संख्या एवं उम्मीदवारी
के प्रतिशत के बारे में समीक्षा रिपोर्ट।
इस
समीक्षा रिपोर्ट एपिसोड में समीक्षा उस गठबंधन की जिसने दिया नारी शक्ति -महिला वर्ग को समुचित
हिस्सेदारी एवं उसकी जिसने की हकमारी। इस समीक्षा रिपोर्ट एपिसोड में समीक्षा RJD एवं
BJP से नारी शक्ति -महिला वर्ग को मिले
समुचित हिस्सेदारी एवं हुयी हकमारी की।
नारी
शक्ति -महिला वर्ग वार समीक्षा के इस सीरीज में पड़ताल RJD के माय-बाप की पार्टी होने
की दावों की, साथ ही साथ सबका साथ, सबका विकास
और सबका विश्वास नारा देने वाली भाजपा की ।
इस
समीक्षा रिपोर्ट एपिसोड में समीक्षा बिहार के उन लोकसभा क्षेत्रों एवं उनकी संख्या
की जहा से राजद एवं भाजपा के नारी शक्ति-महिला वर्ग के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं
। पड़ताल दोनों पार्टियों द्वारा अपने- अपने सीटों में से नारी शक्ति -महिला वर्ग को दिए गए उम्मीदवारी की, साथ- साथ हीं पार्टियों के सीट पर नारी शक्ति -महिला
वर्ग के बनते हिस्सेदारी की। पड़ताल दोनों पार्टियों
के द्वारा अपने -अपने सीटों में से नारी शक्ति -महिला वर्ग को दिए गए हिस्सेदारी एवं आबादी की।
नारी
शक्ति -महिला वर्ग 48.70 % आबादी के साथ बिहार कि दूसरी बड़ी आबादी वाला वर्ग है। राजद
ने 06 लोकसभा क्षेत्रों में कुल 06 नारी शक्ति
-महिला वर्ग उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में
उतारा है तो वहीँ नारी शक्ति –महिलाओं को संसद में प्रतिनिधित्व देने कि पैरोकार एवं
संसद से बिल पास करवाने वाली भाजपा ने एक भी नारी शक्ति -महिला को उम्मीदवार नहीं बनाया
है ।
48.70
% आबादी एवं 3 करोड़ 64 लाख मतदाता वाले नारी शक्ति -महिला वर्ग का राजद के 23 सीटों
में से 11 सीटों एवं भाजपा के 17 सीटों में से 8 सीटों पर दावा बनता हैं । राजद ने
नारी शक्ति -महिला वर्ग को दावेदारी से 05 सीटें कम दी है तो वहीँ भाजपा ने 08 सीटों
के दाबों के विरुद्ध एक भी सीट नहीं दिया है।
नारी
शक्ति -महिला वर्ग को राजद ने अपने 23 सीटों में से 06 सीट अर्थात 26 % टिकट दिया है
तो वहीँ भाजपा अपने 17 सीटों में से 0 सीट अर्थात 0 % टिकट दिया है।
नारी
शक्ति -महिला वर्ग का 48.70 % आबादी के अनुसार बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से 19
सीटों पर दावा बनता है। महिलाएं जब मतदान में आगे रह सकती हैं तो प्रतिनिधित्व में
पीछे क्यों ।
वर्ष 2020 में संपन्न विधान सभा चुनाव के अनुसार बिहार के 21 लोकसभा क्षेत्रों में महिलाओं का कुल मतदान, पुरुषों के कुल मतदान के अपेक्षा अधिक था ।
सुपौल,
किसनगंज, झंझारपुर, मधुबनी, गोपालगंज, कटिहार, अररिया, सीतामढ़ी, खगरिया,मधेपुरा,महाराजगंज,समस्तीपुर.शिवहर,दरभंगा,सिवान,वैशाली,उजियारपुर,पूर्णिया
पूर्वी
चंपारण,बेगूसराय, एवं मुजफ्फरपुर लोक सभा क्षेत्रों में महिलाओं का कुल मतदान पुरुषों
के कुल मतदान के अपेक्षा ज्यादा दर्ज किया गया है।
इन 21 लोक सभा क्षेत्रों मेँ महिलाओं का कुल मतदान, पुरुषों के अपेक्षा 1.37 % से लेकर 8.73 % तक ज्यादा दर्ज किया गया है। बात संख्या की करें तो 14,746 वोट से लेकर 96,762 वोट तक मतदान ज्यादा दर्ज किया गया है।
आईये हम जानते हैं राजद – RJD की ओर उतारी गयीं 06 नारी शक्ति -महिला वर्ग के उम्मीदवारों के बारे में – मुंगेर संसदीय क्षेत्र से अनीता देवी महतो, पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से राज्य सभा सांसद डॉ मीसा भारती तो वहीँ जमुई (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र से अर्चना कुमारी रविदास चुनावी मैदान में अपने विरोधियों के पसीने छुड़वा रहीं हैं।
नारी शक्ति -महिला वर्ग के उम्मीदवारों के अगली कड़ी में शिवहर संसदीय क्षेत्र से रितु जायसवाल का नाम हैं वहीँ , पूर्णिया संसदीय क्षेत्र से रुपौली की वर्तमान विधायिका बीमा भारती तो वहीँ सारण संसदीय क्षेत्र से डॉ रोहिणी आचार्या चुनावी मैदान में विरोधियों से दो दो हाथ कर रहीं हैं।
साथ सबका साथ, सबका विकास और सबका
विश्वास नारा देने वाली भाजपा ने 48.70 % आबादी वाले नारी शक्ति -महिला वर्ग से एक
भी उम्मीदवार नहीं दे कर महिलाओं को संसद में प्रतिनिधित्व देने के सबसे बड़े पैरोकार
होने के खोखले दाबों की खुद से खुद कि हवा निकल दी है।
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संजय
कुमार
राजनीतिक
विश्लेषक